➤ मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की सेवानिवृत्ति पर सचिवालय में सम्मान समारोह आयोजित
➤ सेवाकाल की स्मृतियां साझा कर हिमाचल के लोगों की ईमानदारी और मेहनत की सराहना
➤ अन्य सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी सम्मानित कर दी गई शुभकामनाएं
शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के सेवानिवृत्ति के अवसर पर आज राज्य सचिवालय में भावुक क्षणों से भरा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन सचिवालय प्रशासन विभाग द्वारा किया गया, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए उन्हें विदाई दी।
अपने संबोधन में प्रबोध सक्सेना ने हिमाचल प्रदेश की प्रगति को जनसहयोग और प्रशासनिक ईमानदारी का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने अपने गठन से लेकर आज तक उल्लेखनीय विकास किया है और इसमें यहां के नेतृत्व, अधिकारियों, कर्मचारियों और जनता का बड़ा योगदान है। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल में मौसम कितना भी प्रतिकूल क्यों न हो, प्रदेश के कर्मचारी हमेशा उत्कृष्ट सेवाएं देते आए हैं।
मुख्य सचिव ने अपने सेवाकाल की स्मृतियां साझा करते हुए भावुक लहजे में कहा कि हिमाचल के लोग बेहद मेहनतकश और ईमानदार हैं। यहां सेवा के दौरान उन्हें हमेशा परिवार जैसा स्नेह और अपनापन मिला। उन्होंने प्रदेश और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत ने प्रबोध सक्सेना के योगदान को सराहते हुए उन्हें दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की शुभकामनाएं दीं। वहीं सचिव, सचिवालय प्रशासन राकेश कंवर ने उनका स्वागत किया और सेवाओं के प्रति आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में सचिवालय प्रशासन ने अन्य सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी सम्मानित किया। इनमें अनुभाग अधिकारी उमेश, निरीक्षक मुरारी लाल और केयर टेकर रूपेंद्र सिंह शामिल रहे। उनकी उल्लेखनीय सेवाओं को याद कर उन्हें भी भावपूर्ण विदाई दी गई।
इस सम्मान समारोह में सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे और मुख्य सचिव को भावभीनी शुभकामनाएं दीं।



